गणेश शंकर विद्यार्थी का जीवन परिचय | गणेश शंकर विद्यार्थी की जीवनी
गणेश शंकर ‘विद्यार्थी’ आजाद की लड़ाई के दौर में दंगाई भीड़ के बीच भाई-चारा, प्रेम कायम करने के लिए उन्होंने अपनी जान दे दी। 25 मार्च, 1931 जब उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुए हिंदू-मुस्लिम दंगे के दौरान हिंसक भीड़ की चपेट में आ जाने से गणेश शंकर विद्यार्थी ने अपनी जान गंवा दी।
एक ऐसा मसीहा जिसने आज़ादी की लड़ाई के बीच हुए हिंदू-मुस्लिम के इस दंगे के दौरान भी हजारों लोगों की जान बचाई थी और खुद उनकी जान धार्मिक उन्माद की भेंट चढ़ गया।